जगदीश चौहान देहा से ठीयोग बलसन के बलग मेला एकादशी
आज बलग मेले का आज दूसरा दीन था ये मेला हर साल लगता है इस मेले को राजयसतरिय मेला माना जाता है मेला कमेटी ने हर साल यहां पर खेल कुद प्रतियोगता करवाती है जिसमे की यहां का लोकल कलचर जीस को करेया कहते है जीसको बलग के ही लोग करते है उस को देखने का आनद आता है जो की अपनी पहाडी भाषा मे होता है कमेटी के लोगो ने इस वार मेले मे ठोटे का खेल भी रखा है ये खेल गौरव व पाडव।के समय से खेला जाता जो आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला जाता है ये खेल देखने काभी जनता आती है खेल का आनद लेती है जनता इस प्रकार खेल कहीं नही होती जो अपने शरीर मे दर्द सहन करके दोसरो को खुश करना इस मेले मे रात को भी कार्यक्रम होते है जिसमे कलाकार को वुलाया जाता है जो लोग रात को वाहं रूकते है उनका मनोरजन कलाकरो से करवाया जाता है जीस तहर का मेले मे इस वार आयोजन कीया गया जो भी गेमे इस मेले खेली है उस के अलग अलग ईनाम रखे है जो खेल इस वार पहले खेला गय है ठोटा उसमे जो टीम फाईनल जीतेगी उस को यह है उसे पचीस हजार की धन राशी ईनाम मे देगे जो टीम दुसरे स्थान पर रहे गई उस को पचीस हजार की धन राशी ईनाम मे देगे आज इसमेले के आज के मुख्या अतिथि ठीयोग के विधायक कुलदीप राठौर ने शीरकत की और जनता को व मेलि कमेटी का धनयवाद कीया त